भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्व

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा: शिवराज सिंह चौहान
4 अगस्त 2025 को बिहार के पटना में एक विशाल किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा,
“कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा हैं।”
यह कथन सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि सरकार की उस प्राथमिकता को दर्शाता है, जिसमें किसानों को सशक्त और समृद्ध बनाना लक्ष्य है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 20वीं किस्त जारी की गई, जिससे लाखों किसानों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचा।
PM-KISAN योजना – सीधी मदद, सीधे किसानों को
1. PM-KISAN क्या है?
PM-KISAN योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल ₹6,000 की सहायता सीधे उनके बैंक खाते में तीन किस्तों में दी जाती है।
2. अब किसानों को पूरा पैसा मिलता है
अब तक ₹3.77 लाख करोड़ से अधिक की राशि किसानों को DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से दी जा चुकी है।
4 अगस्त को एक साथ ₹20,000 करोड़ किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए।
“पहले सरकार ₹1 भेजती थी, तो किसानों तक कुछ पैसे ही पहुंचते थे। अब पूरा ₹1 सीधे किसानों को मिलता है।” – श्री शिवराज सिंह चौहान
सरकार का संकल्प – खेती को लाभदायक बनाना
1. MSP – न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ 50% लाभ
सरकार अब किसानों की फसल की लागत पर 50% लाभ जोड़कर MSP देती है, जिससे किसान को मेहनत का पूरा दाम मिल सके।
2. उर्वरक और कीटनाशक की समय पर आपूर्ति
मंत्री ने किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में उर्वरक व कीटनाशक की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया।
महिला किसानों को सम्मान और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर
1. महिला किसानों को विशेष सम्मान
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद महिला किसानों को सम्मानित किया गया। यह दर्शाता है कि महिलाएं भी खेती की रीढ़ हैं।
2. प्रधानमंत्री धन-धान्य योजना
यह योजना कम उत्पादकता वाले क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ाने पर केंद्रित है, जिससे सभी किसानों को बराबर अवसर मिल सके।
बिहार का मखाना – एक चमकता उदाहरण
1. क्षेत्रीय फसलों को बढ़ावा
बिहार की मखाना खेती को सराहते हुए मंत्री ने इसे एक मॉडल बताया, जो न केवल स्थानीय किसानों की आमदनी बढ़ा रही है, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान भी बना रही है।
2. वैज्ञानिक खेती की ओर बढ़ते कदम
अब कृषि विज्ञान को खेतों से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नई तकनीकों से पैदावार और लाभ बढ़ाया जा सके।
फसल नुकसान की स्थिति में सहायता और बीमा
अब प्राकृतिक आपदा या बीमारी से फसल बर्बाद होने पर, किसान बीमा योजनाओं और सरकारी मुआवज़े के ज़रिए सुरक्षित हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. PM-KISAN योजना क्या है?
यह एक केंद्र सरकार की योजना है जिसमें किसानों को ₹6,000 प्रति वर्ष की वित्तीय सहायता सीधे बैंक खाते में दी जाती है।
2. अब तक कुल कितनी राशि किसानों को दी जा चुकी है?
अब तक ₹3.77 लाख करोड़ से अधिक की राशि किसानों को सीधे ट्रांसफर की जा चुकी है।
3. इस योजना की शुरुआत किसने की?
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह योजना शुरू की गई थी।
4. MSP क्या होता है और यह किसानों को कैसे मदद करता है?
MSP वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीदती है, जिससे उन्हें घाटा नहीं होता।
5. उर्वरक की आपूर्ति कैसे सुनिश्चित होती है?
सरकार के माध्यम से उर्वरक और कीटनाशक की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है।
6. प्रधानमंत्री धन-धान्य योजना क्या है?
यह योजना कम उत्पादन वाले क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ाने के लिए चलाई जा रही है।
7. अगर फसल खराब हो जाए तो क्या होता है?
सरकार की बीमा और मुआवज़ा योजनाएं किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती हैं।
8. क्या महिला किसानों को योजनाओं में शामिल किया गया है?
हाँ, महिला किसानों को योजनाओं में भागीदारी और सम्मान दिया जा रहा है।
9. बिहार में मखाना की खेती का क्या महत्व है?
बिहार की मखाना खेती न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ा रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रही है।
10. DBT से किसानों को क्या लाभ हुआ है?
DBT प्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म हुआ है और सहायता सीधी किसानों तक पहुंच रही है।
सच्चे नायक – हमारे किसान भाइयों को सलाम
भारत की असली ताकत गांव और किसान हैं।
श्री शिवराज सिंह चौहान का यह कथन,
“कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा हैं,”
हर भारतीय के दिल को छूता है।
आज जब सरकार नई तकनीकों, योजनाओं और पारदर्शी व्यवस्था से किसानों को मजबूत बना रही है, तो यह स्पष्ट है कि खेती अब सम्मानजनक और लाभदायक पेशा बन चुका है।
हर भारतीय किसान से बस इतना कहना है – आप अकेले नहीं हैं। भारत आपके साथ है।
आपका पसीना ही भारत का भविष्य है।
जय किसान, जय भारत!